*सरकारी नौकरी छोड़ भोले बाबा ने प्रवचन शुरू किया*
भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि है। वह सत्संग करते हैं। एटा की पटयाली तहसील के गांव बहादुर के रहने वाले हैं। उन्होंने 26 साल पहले सरकारी नौकरी छोड़कर प्रवचन शुरू किया था। प्रवचन में दावा करते हैं- वे गुप्तचर ब्यूरो में नौकरी करते थे। भोले बाबा के अनुयायी पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तराखंड में ज्यादा हैं।
*हाथरस*
यह उस कार्यक्रम का पोस्टर है, जिसमें भगदड़ मची है। पोस्टर में भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि की फोटो लगी है। नीचे अयोजन कर्ता के नाम लिखे हैं। पोस्टर में मानव धर्म सत्य था है और रहेगा। इनके अनुयायी ज्यादातर हाथरस और आसपास के जिलों में हैं।